खेत की चुड़ैल
दोस्तों रोज की तरह आज भी में आपके लिए एक ऐसी ही सच्ची घटना पर आधारित एक स्टोरी लाया हु , एक कहानी लाया हु जिसे सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे | ये कहानी एक किसान की है दोस्तों हादसे किसानो के साथ ही होते है क्यूंकि उन्हें ही रात में उठकर खेतो में जाना पानी लगाना और जानवरो से अपने खेत की रखवाली के लिए घर से निकलना पड़ता है | आज में आपको ऐसी ही एक किसान कहानी की कहानी सुनाने वाला हु जो की हकीकत पर आधारित है |
रोज की तरह एक किसान अपने खेत पर से अपने घर को लोटता है काम करके और कड़ी म्हणत से वो अपने अनाज के पोधो को सींचता है और जब जब अनाज के पौधे बड़े हो जाते है तो उसे रात में जुगाली करने वाले जानवर जैसे निल गाय , जंगली सूअर आदि जानवरो से बचाने के लिए रात में खेतो की रखवाली करने जाना पड़ता है | एक किसान रात में सोने के लिए अपने खेतो में एक छोटी सी झोपडी बन लेता है | उसमे ही वो एक खाट डालके सो जाता है और वो रात भर बिच बिचमें उठकर अपने खेतो में देखता रहता है की कोई जानवर तो नहीं है उसके खेत में |
अब एक रात वो अपने घर से खेतो की रखवाली करने अपने खेत में जाट है और रात को रोज़ की तरह अपनी झोपडी में रुक जाता है | थोड़ी देर तक देखने के बाद उसे किसी जानवर का शोर है सुनाई देता तो वो सो जाता है | तब मौसम भी थोड़ा बारिश वाला था और रात को बारिश होने लगती है जोरो से और झोपड़े के कोने कोने से थोड़ा थोड़ा पानी अंदर आने लगता है तो उसकी नींद खुल जाती है और वो अपने छप्पर को ठीक करने लगता है ताकि पानी अंदर न आए , तभी उसे किसी औरत की चिलाने की आवाज़ आती है और पायल की आवाज़ आती है जैसे कोई पायल पहन कर झोपडी के बहार भाग रहा है |
वो ये सुनकर थोड़ा डर जाता है पर हिमत करके बहार देखने की कोशिश करता है की कौन है बहार जो ऐसे भाग रहा है | वो अपनी खटिया पर जैसे ही वापस आकर बैठता है की एक महिला सफ़ेद साडी पेहनी हुई , बारिश के पानी में भीगी हुई उसके चौखट पर आकर कड़ी हो जाती है वो उससे देख कर दर जाता है और अपना टोर्च उठाकर उसका चेहरा देखने के लिए टोर्च उसके मुँह की तरफ करता है तो वो टोर्च की तेज़ रौशनी से अपना एक हाथ अपने चेहरे है जिससे किसान उसका चेहरा नहीं देख पता |
फिर वो अपने टोर्च की रौशनी को उसके चेहरे से निचे पेरो की तरफ लेजाता है तो वो देखता है की उसके दोनों पैर पीछे की तरफ मुड़े हुए होते है इतना समझ जाता है की ये कोई महिला नहीं बल्कि एक चुड़ैल है और उसको देखते ही उसकी सिट्टी पिट्टी उड़ जाती है और वो तेज़ी से उस झोपडी के कोने को तोड़ कर वह से अपने घर की तरफ भाग निकलता है | किसी तरह जान बचाकर वो अपने घर पहुँचता है और ये बात अपने घरवालों से कहता है | इसके बाद वो कभी उस खेत में रखवाली करने अकेला नहीं गया | हमेशा 3 से 4 आदमी ही घर के उसके साथ जाते है |
रोज की तरह एक किसान अपने खेत पर से अपने घर को लोटता है काम करके और कड़ी म्हणत से वो अपने अनाज के पोधो को सींचता है और जब जब अनाज के पौधे बड़े हो जाते है तो उसे रात में जुगाली करने वाले जानवर जैसे निल गाय , जंगली सूअर आदि जानवरो से बचाने के लिए रात में खेतो की रखवाली करने जाना पड़ता है | एक किसान रात में सोने के लिए अपने खेतो में एक छोटी सी झोपडी बन लेता है | उसमे ही वो एक खाट डालके सो जाता है और वो रात भर बिच बिचमें उठकर अपने खेतो में देखता रहता है की कोई जानवर तो नहीं है उसके खेत में |
अब एक रात वो अपने घर से खेतो की रखवाली करने अपने खेत में जाट है और रात को रोज़ की तरह अपनी झोपडी में रुक जाता है | थोड़ी देर तक देखने के बाद उसे किसी जानवर का शोर है सुनाई देता तो वो सो जाता है | तब मौसम भी थोड़ा बारिश वाला था और रात को बारिश होने लगती है जोरो से और झोपड़े के कोने कोने से थोड़ा थोड़ा पानी अंदर आने लगता है तो उसकी नींद खुल जाती है और वो अपने छप्पर को ठीक करने लगता है ताकि पानी अंदर न आए , तभी उसे किसी औरत की चिलाने की आवाज़ आती है और पायल की आवाज़ आती है जैसे कोई पायल पहन कर झोपडी के बहार भाग रहा है |
वो ये सुनकर थोड़ा डर जाता है पर हिमत करके बहार देखने की कोशिश करता है की कौन है बहार जो ऐसे भाग रहा है | वो अपनी खटिया पर जैसे ही वापस आकर बैठता है की एक महिला सफ़ेद साडी पेहनी हुई , बारिश के पानी में भीगी हुई उसके चौखट पर आकर कड़ी हो जाती है वो उससे देख कर दर जाता है और अपना टोर्च उठाकर उसका चेहरा देखने के लिए टोर्च उसके मुँह की तरफ करता है तो वो टोर्च की तेज़ रौशनी से अपना एक हाथ अपने चेहरे है जिससे किसान उसका चेहरा नहीं देख पता |
फिर वो अपने टोर्च की रौशनी को उसके चेहरे से निचे पेरो की तरफ लेजाता है तो वो देखता है की उसके दोनों पैर पीछे की तरफ मुड़े हुए होते है इतना समझ जाता है की ये कोई महिला नहीं बल्कि एक चुड़ैल है और उसको देखते ही उसकी सिट्टी पिट्टी उड़ जाती है और वो तेज़ी से उस झोपडी के कोने को तोड़ कर वह से अपने घर की तरफ भाग निकलता है | किसी तरह जान बचाकर वो अपने घर पहुँचता है और ये बात अपने घरवालों से कहता है | इसके बाद वो कभी उस खेत में रखवाली करने अकेला नहीं गया | हमेशा 3 से 4 आदमी ही घर के उसके साथ जाते है |
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